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Saturday, April 15, 2017

सातत्य पूर्ण सर्वंकष मूल्यमापन कार्यपद्धती




सातत्य पूर्ण सर्वंकष मूल्यमापन कार्यपद्धती ( १ ली ते ८ वी साठी)
अ) मराठी/हिंदी /इंग्रजी/गणित/परिसर अभ्यास/विज्ञान/सा.शास्त्रे
इयत्ता
प्रथम सत्र
एकूण
द्वितीय सत्र
एकूण

आकारिक
संकलित

आकारिक
संकलित


सर्व साधने
तोंडी/प्रात्य
लेखी

सर्व साधने
तोंडी/प्रात्य
लेखी

ली व २ री
70 गुण
10 गुण
20 गुण
100
70 गुण
10 गुण
20 गुण
100
री व ४ थी
60 गुण
10 गुण
30 गुण
100
60 गुण
10 गुण
30 गुण
100
वी व ६ वी
50 गुण
10 गुण
40 गुण
100
50 गुण
10 गुण
40 गुण
100
वी व ८ वी
40 गुण
10 गुण
50 गुण
100
40 गुण
10 गुण
50 गुण
100

ब) कला ,कार्यानुभव आणि शारीरिक शिक्षण व आरोग्य
इयत्ता
प्रथम सत्र
द्वितीय सत्र
१ ली ते ८ वी
१०० गुण
 (आकारिक मूल्यमापन)
१०० गुण
 (आकारिक मूल्यमापन)
प्रात्यक्षिक/उपक्रम प्रकल्प
             
 
आकारिक मूल्यमापन भारांश प्रथम सत्र / द्वितीय सत्र
( इयत्ता १ ली ४ थी : प्राथमिक स्तर)
प्रथम भाषा / द्वितीय भाषा /तृतीय भाषा , गणित , परिसर अभ्यास ( विज्ञान , सा. शास्त्र)
इयत्ता
तपशील
आकारिक मूल्यमापन साधने
विषय
तोंडी काम
प्रात्य   प्रयोग
उपक्रम  कृती
प्रकल्प
चाचणी
स्वाध्याय वर्गकार्य
इतर
एकूण
१ ली    व २ री
प्रथम भाषा
15
5
10
10
15
15

70
इंग्रजी
20
10
15


15
10
70
गणित
10
10
10
10
15
15

70
३ री व ४ थी
प्रथम भाषा
10
5
10
10
15
10

60
इंग्रजी
15
10
10

15
5
5
60
गणित
5
10
10
10
15
10

60
परिसर अभ्यास-विज्ञान
5
10
10
10
15
10

60
परिसर अभ्यास-सा.शास्त्र
5
10
5
10
15
15

60
आकारिक मूल्यमापन भारांश प्रथम सत्र / द्वितीय सत्र
( इयत्ता ५ वी ते  ८ वी  : माध्यमिक  स्तर)
प्रथम भाषा / द्वितीय भाषा /तृतीय भाषा , गणित , परिसर अभ्यास ( विज्ञान , सा. शास्त्र)
इयत्ता
तपशील
आकारिक मूल्यमापन साधने
विषय
तोंडी काम
प्रात्य   प्रयोग
उपक्रम  कृती
प्रकल्प
चाचणी
स्वाध्याय वर्गकार्य
इतर
एकूण
५ वी      ६ वी
प्रथम भाषा
10
5
5
10
15
5

50
द्वितीय भाषा
15

5
10
15
5

50
इंग्रजी
10
5
5
10
15
5

50
गणित
5
5
5
10
15
5
5
50
परिसर अभ्यास(विज्ञान)
5
10
5
10
15
5

50
परिसर अभ्यास (सा.शास्त्रे)
5
5
5
10
15
5
5
50
७ वी     वी
प्रथम भाषा
10

5
5
15
5

40
द्वितीय भाषा
10

5
5
15
5

40
इंग्रजी
10

5
5
15
5

40
गणित

5
5
5
15
5
5
40
सामान्य विज्ञान

10
5
5
15
5

40
सामाजिक शास्त्रे
5
5
5
5
5
15
5
40

   
  सूचना : दैनदिन निरीक्षण हे व्यक्तिमत्व गुण पाहणारे गुणात्मक साधन
          असल्यामुळे त्यास गुण देण्यात येवू नये.

        भाषा, विज्ञान, समाजशास्त्र व गणित या विषयासाठी कोणतेही पाच साधने वापरावीत 

इयत्ता ९ वी साठी गुणदान योजना
अ.क्र.
विषय
) प्रथम सत्र परीक्षा
द्वितीय सत्र परीक्षा
एकत्रित गुण          अ+ब+क
सरासरी गुण
लेखी
चाचणी
प्रात्यक्षिक
अंतर्गत मूल्यमापन
एकूण
लेखी
चाचणी
प्रात्यक्षिक
अंतर्गत मूल्यमापन
एकूण
अंतर्गत मूल्यमापन
1
प्रथम भाषा (मराठी)
80


20
100
80


20
100

200
100
2
द्वितीय  भाषा (हिंदी)
80


20
100
80


20
100

200
100
3
तृतीय भाषा (इंग्रजी)
80


20
10
80


20
10

200
100
4
संयुक्त भाषा
संस्कृत
40


10
50
40


10
50

200
100
हिंदी
40


10
50
40


10
50


5
माहिती संप्रेषण तंत्रज्ञान
40

10

50
40

10

50
50
150
150/3 = 50
6
गणित
बीजगणित
40


10
50
40


10
50

200
100
भूमिती
40


10
50
40


10
50

7
विज्ञान भाग 1
40
5
5

50
40
5
5

50

200
100
विज्ञान भाग 2
40
5
5

50
40
5
5

50

8
समाज शास्त्र

28+12


10
50
28+12


10
50

200
100

28+12


10
50
28+12


10
50


एकत्रित

750


सूचना : १) भाषाविज्ञान, गणित, सा. शास्त्रें, या विषयाचे गणित इयत्ता ९ वीत 20  गुणाचे अंतर्गत मूल्यमापन करावे.
                   २) अंतर्गत मुल्यमापन पुढील साधनाचा आधारे करावे : चाचणी / गृहपाठ / निंबध / प्रात्यक्षिक.
       ३) वरील गोष्टीच्या आधारे मूल्यमापन केल्यावर मिळालेल्या गुणाचे रुपांतर करावे
          व दोन्ही सत्राचे गुण एकत्रित करून वार्षिक निकाल जाहीर करावा .
      उदा : भाषा विषयाचे अंतर्गत मूल्यमापन रुपांतर पुढीलप्रमाणे:
           चाचणी  20 गुण = मिळालेले गुण*0.25 = 5 पैकी गुण
           निंबध (25) + गृहपाठ (25) = 50 गुण = मिळालेले गुण*0.10 = 5 गुण
           तोंडी 10 गुण = मिळालेले गुण = 10 पैकी गुण.
 
इयत्ता ९ वी साठी गुणदान योजना
अ.क्र.
विषय
) प्रथम सत्र परीक्षा
द्वितीय सत्र परीक्षा
क) वार्षिक काम
एकत्रित गुण       अ+ब+क
सरासरी गुण
लेखी
प्रात्यक्षिक
अंतर्गत मूल्यमापन
एकूण
लेखी
प्रात्यक्षिक
अंतर्गत मूल्यमापन
एकूण
उपक्रम
प्रकल्प कार्य
कृतीकार्य
निरीक्षण व नोंदी
एकूण
1
आरोग्य व शारीरिक शिक्षण
25*
25

50
25
25

50





100
100/2  = 50  श्रेणी
2
व्यक्तिमत्व विकास
50


50
50


50
50



50
150
150/3 = 50  श्रेणी
3
श्रेणीचे विषय
कार्यशिक्षण
60
40

100
60
40

100

40
40
20
100
300
300/3 = 100  श्रेणी
4
व्यवसाय मार्गदर्शन
60
40

100
60
40

100

40
40
20
100
300
300/3 = 100  श्रेणी
5
MCC समाजसेवा स्काऊटगाईड NCC
50
50

100
50
50

100





200
200/2 = 100  श्रेणी

सूचना : कार्यानुभव या प्रचलित अभ्यासक्रमाचे नाव कार्यशिक्षण करण्यात आले आहे .
        शाळेत कार्यशिक्षण किंवा पूर्व व्यवसायिक विषय गटातील कोणताही एक विषय घेता येईल.
        या अभ्यासक्रमाचे मूल्यमापन योजना प्रचलित पद्धतीप्रमाणे राहील .
       उदा : 300 गुणाचे 100 गुणात रुपांतर करणे.

·         लेखी 10 गुण व प्रायोगिक कार्य 15 गुण.

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