सातत्य पूर्ण सर्वंकष
मूल्यमापन कार्यपद्धती ( १ ली ते ८ वी साठी)
|
||||||||
अ)
मराठी/हिंदी /इंग्रजी/गणित/परिसर
अभ्यास/विज्ञान/सा.शास्त्रे
|
||||||||
इयत्ता
|
प्रथम सत्र
|
एकूण
|
द्वितीय सत्र
|
एकूण
|
||||
आकारिक
|
संकलित
|
आकारिक
|
संकलित
|
|||||
सर्व साधने
|
तोंडी/प्रात्य
|
लेखी
|
सर्व साधने
|
तोंडी/प्रात्य
|
लेखी
|
|||
१ ली व २ री
|
70 गुण
|
10 गुण
|
20 गुण
|
100
|
70 गुण
|
10 गुण
|
20 गुण
|
100
|
३ री व ४ थी
|
60 गुण
|
10 गुण
|
30 गुण
|
100
|
60 गुण
|
10 गुण
|
30 गुण
|
100
|
५ वी व ६ वी
|
50 गुण
|
10 गुण
|
40 गुण
|
100
|
50 गुण
|
10 गुण
|
40 गुण
|
100
|
७ वी व ८ वी
|
40 गुण
|
10 गुण
|
50 गुण
|
100
|
40 गुण
|
10 गुण
|
50 गुण
|
100
|
ब) कला ,कार्यानुभव आणि शारीरिक
शिक्षण व आरोग्य
|
||
इयत्ता
|
प्रथम सत्र
|
द्वितीय सत्र
|
१ ली ते ८ वी
|
१०० गुण
(आकारिक मूल्यमापन)
|
१०० गुण
(आकारिक मूल्यमापन)
|
प्रात्यक्षिक/उपक्रम
प्रकल्प
|
आकारिक
मूल्यमापन भारांश प्रथम सत्र / द्वितीय सत्र
|
|||||||||
( इयत्ता १ ली ४ थी : प्राथमिक
स्तर)
|
|||||||||
प्रथम भाषा / द्वितीय भाषा
/तृतीय भाषा , गणित , परिसर अभ्यास
( विज्ञान , सा. शास्त्र)
|
|||||||||
इयत्ता
|
तपशील
|
आकारिक
मूल्यमापन साधने
|
|||||||
विषय
|
तोंडी काम
|
प्रात्य प्रयोग
|
उपक्रम कृती
|
प्रकल्प
|
चाचणी
|
स्वाध्याय वर्गकार्य
|
इतर
|
एकूण
|
|
१ ली व २ री
|
प्रथम भाषा
|
15
|
5
|
10
|
10
|
15
|
15
|
70
|
|
इंग्रजी
|
20
|
10
|
15
|
15
|
10
|
70
|
|||
गणित
|
10
|
10
|
10
|
10
|
15
|
15
|
70
|
||
३ री व ४ थी
|
प्रथम भाषा
|
10
|
5
|
10
|
10
|
15
|
10
|
60
|
|
इंग्रजी
|
15
|
10
|
10
|
15
|
5
|
5
|
60
|
||
गणित
|
5
|
10
|
10
|
10
|
15
|
10
|
60
|
||
परिसर अभ्यास-विज्ञान
|
5
|
10
|
10
|
10
|
15
|
10
|
60
|
||
परिसर अभ्यास-सा.शास्त्र
|
5
|
10
|
5
|
10
|
15
|
15
|
60
|
||
आकारिक
मूल्यमापन भारांश प्रथम सत्र / द्वितीय सत्र
|
|||||||||
( इयत्ता ५ वी ते ८ वी : माध्यमिक स्तर)
|
|||||||||
प्रथम भाषा / द्वितीय भाषा
/तृतीय भाषा , गणित , परिसर अभ्यास
( विज्ञान , सा. शास्त्र)
|
|||||||||
इयत्ता
|
तपशील
|
आकारिक
मूल्यमापन साधने
|
|||||||
विषय
|
तोंडी काम
|
प्रात्य प्रयोग
|
उपक्रम कृती
|
प्रकल्प
|
चाचणी
|
स्वाध्याय वर्गकार्य
|
इतर
|
एकूण
|
|
५ वी व ६ वी
|
प्रथम भाषा
|
10
|
5
|
5
|
10
|
15
|
5
|
50
|
|
द्वितीय भाषा
|
15
|
5
|
10
|
15
|
5
|
50
|
|||
इंग्रजी
|
10
|
5
|
5
|
10
|
15
|
5
|
50
|
||
गणित
|
5
|
5
|
5
|
10
|
15
|
5
|
5
|
50
|
|
परिसर अभ्यास(विज्ञान)
|
5
|
10
|
5
|
10
|
15
|
5
|
50
|
||
परिसर अभ्यास
(सा.शास्त्रे)
|
5
|
5
|
5
|
10
|
15
|
5
|
5
|
50
|
|
७ वी व ८ वी
|
प्रथम भाषा
|
10
|
5
|
5
|
15
|
5
|
40
|
||
द्वितीय भाषा
|
10
|
5
|
5
|
15
|
5
|
40
|
|||
इंग्रजी
|
10
|
5
|
5
|
15
|
5
|
40
|
|||
गणित
|
5
|
5
|
5
|
15
|
5
|
5
|
40
|
||
सामान्य विज्ञान
|
10
|
5
|
5
|
15
|
5
|
40
|
|||
सामाजिक शास्त्रे
|
5
|
5
|
5
|
5
|
5
|
15
|
5
|
40
|
सूचना : दैनदिन निरीक्षण हे व्यक्तिमत्व गुण
पाहणारे गुणात्मक साधन
असल्यामुळे त्यास गुण देण्यात येवू
नये.
भाषा, विज्ञान, समाजशास्त्र व गणित या
विषयासाठी कोणतेही पाच साधने वापरावीत
इयत्ता ९ वी
साठी गुणदान योजना
|
|||||||||||||||
अ.क्र.
|
विषय
|
अ) प्रथम सत्र परीक्षा
|
ब) द्वितीय सत्र परीक्षा
|
क
|
एकत्रित गुण अ+ब+क
|
सरासरी गुण
|
|||||||||
लेखी
|
चाचणी
|
प्रात्यक्षिक
|
अंतर्गत
मूल्यमापन
|
एकूण
|
लेखी
|
चाचणी
|
प्रात्यक्षिक
|
अंतर्गत
मूल्यमापन
|
एकूण
|
अंतर्गत
मूल्यमापन
|
|||||
1
|
प्रथम भाषा (मराठी)
|
80
|
|
|
20
|
100
|
80
|
|
|
20
|
100
|
|
200
|
100
|
|
2
|
द्वितीय भाषा (हिंदी)
|
80
|
|
|
20
|
100
|
80
|
|
|
20
|
100
|
|
200
|
100
|
|
3
|
तृतीय भाषा (इंग्रजी)
|
80
|
|
|
20
|
10
|
80
|
|
|
20
|
10
|
|
200
|
100
|
|
4
|
संयुक्त भाषा
|
संस्कृत
|
40
|
|
|
10
|
50
|
40
|
|
|
10
|
50
|
|
200
|
100
|
हिंदी
|
40
|
|
|
10
|
50
|
40
|
|
|
10
|
50
|
|
|
|||
5
|
माहिती संप्रेषण तंत्रज्ञान
|
40
|
|
10
|
|
50
|
40
|
|
10
|
|
50
|
50
|
150
|
150/3 = 50
|
|
6
|
गणित
|
बीजगणित
|
40
|
|
|
10
|
50
|
40
|
|
|
10
|
50
|
|
200
|
100
|
भूमिती
|
40
|
|
|
10
|
50
|
40
|
|
|
10
|
50
|
|
||||
7
|
विज्ञान भाग 1
|
40
|
5
|
5
|
|
50
|
40
|
5
|
5
|
|
50
|
|
200
|
100
|
|
विज्ञान भाग 2
|
40
|
5
|
5
|
|
50
|
40
|
5
|
5
|
|
50
|
|
||||
8
|
समाज शास्त्र
|
|
28+12
|
|
|
10
|
50
|
28+12
|
|
|
10
|
50
|
|
200
|
100
|
|
28+12
|
|
|
10
|
50
|
28+12
|
|
|
10
|
50
|
|
||||
|
एकत्रित
|
|
750
|
सूचना : १) भाषा, विज्ञान, गणित, सा. शास्त्रें, या विषयाचे गणित
इयत्ता ९ वीत 20 गुणाचे अंतर्गत मूल्यमापन करावे.
२) अंतर्गत मुल्यमापन पुढील साधनाचा आधारे करावे : चाचणी / गृहपाठ / निंबध /
प्रात्यक्षिक.
३) वरील गोष्टीच्या आधारे मूल्यमापन
केल्यावर मिळालेल्या गुणाचे रुपांतर करावे
व दोन्ही सत्राचे गुण एकत्रित करून
वार्षिक निकाल जाहीर करावा .
उदा : भाषा विषयाचे अंतर्गत मूल्यमापन
रुपांतर पुढीलप्रमाणे:
चाचणी
20 गुण = मिळालेले गुण*0.25 = 5 पैकी गुण
निंबध (25) + गृहपाठ (25) = 50 गुण = मिळालेले
गुण*0.10 = 5 गुण
तोंडी
10 गुण = मिळालेले गुण = 10 पैकी गुण.
इयत्ता ९ वी साठी गुणदान योजना
|
|||||||||||||||||
अ.क्र.
|
विषय
|
अ) प्रथम सत्र परीक्षा
|
ब) द्वितीय सत्र परीक्षा
|
क) वार्षिक काम
|
एकत्रित गुण अ+ब+क
|
सरासरी गुण
|
|||||||||||
लेखी
|
प्रात्यक्षिक
|
अंतर्गत मूल्यमापन
|
एकूण
|
लेखी
|
प्रात्यक्षिक
|
अंतर्गत मूल्यमापन
|
एकूण
|
उपक्रम
|
प्रकल्प कार्य
|
कृतीकार्य
|
निरीक्षण व
नोंदी
|
एकूण
|
|||||
1
|
आरोग्य व
शारीरिक शिक्षण
|
25*
|
25
|
|
50
|
25
|
25
|
|
50
|
|
|
|
|
|
100
|
100/2 = 50 श्रेणी
|
|
2
|
व्यक्तिमत्व
विकास
|
50
|
|
|
50
|
50
|
|
|
50
|
50
|
|
|
|
50
|
150
|
150/3 = 50 श्रेणी
|
|
3
|
श्रेणीचे विषय
|
कार्यशिक्षण
|
60
|
40
|
|
100
|
60
|
40
|
|
100
|
|
40
|
40
|
20
|
100
|
300
|
300/3 = 100 श्रेणी
|
4
|
व्यवसाय मार्गदर्शन
|
60
|
40
|
|
100
|
60
|
40
|
|
100
|
|
40
|
40
|
20
|
100
|
300
|
300/3 = 100 श्रेणी
|
|
5
|
MCC समाजसेवा
स्काऊटगाईड NCC
|
50
|
50
|
|
100
|
50
|
50
|
|
100
|
|
|
|
|
|
200
|
200/2 = 100 श्रेणी
|
सूचना : कार्यानुभव या प्रचलित
अभ्यासक्रमाचे नाव कार्यशिक्षण करण्यात आले आहे .
शाळेत
कार्यशिक्षण किंवा पूर्व व्यवसायिक विषय गटातील कोणताही एक विषय घेता येईल.
या
अभ्यासक्रमाचे मूल्यमापन योजना प्रचलित पद्धतीप्रमाणे राहील .
उदा : 300 गुणाचे 100 गुणात रुपांतर करणे.
·
लेखी 10 गुण व प्रायोगिक कार्य 15 गुण.
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